कानपुर शहर के आचार्यनगर में रहने वाले बड़े कपड़ा कारोबारी मनीष कनौडिया के दसवीं क्लास में पढ़ने वाले 16 साल के बेटे कुशाग्र के कत्ल के मामले में मुल्जिमों से पुलिस की पूछताछ में जो बातें निकल कर आ रही हैं वो दिल को दहला देने वाली है...सबसे अफसोसनाक बात तो ये है कि ये काम उसकी ट्यूशन टीचर रही रचिता ने अपने प्रेमी और उसके दोस्त के साथ मिलकर किया..क्यों कि उन्हे बच्चे के अग़वा की एवज़ में परिवार से 30 लाख रुपये वसूलना था..और फिर शादी करके खूब घूमना फिरना और मस्ती मारना था...लेकिन कुशाग्र को अगवा करने के बाद उसे छोड़ने का इरादा इन लोगों का शुरु से नहीं था...वो पूरी प्लानिंग के तहत ये तय कर चुके थे...कि कुशाग्र को मारना ही मारना है...रचिता उसका आशिक प्रभात शुक्ला और शिवा कुशाग्र की लाश को छोटे टुकड़ों में काट पॉलिथीन बैग में भरकर ठिकाने लगाने वाले थे.